जिन्दगी .......
खुशियों से नाराज सी जिन्दगी
गम की खान सी ये जिन्दगी
अपनों की भीड़ होते हुये भी
प्यार की मोहताज सी जिन्दगी
दर्द की किताब सी जिन्दगी
पल-पल इम्तिहान लेती जिन्दगी
कभी पास तो कभी फेल
आगे बढ़ती हुयी जिन्दगी
हम जीते रहे इसके हिसाब से
हर मोड़ पर नयी चुनौती सी जिन्दगी
थक कर बैठ सकते नहीं दो पल
क्यूँकि रुकती नहीं कभी जिन्दगी
जी लो कुछ पल अपने लिए भी
क्यूँकि दोबारा मिलती नहीं ये जिन्दगी !
प्रवीन मलिक ........
खुशियों से नाराज सी जिन्दगी
गम की खान सी ये जिन्दगी
अपनों की भीड़ होते हुये भी
प्यार की मोहताज सी जिन्दगी
दर्द की किताब सी जिन्दगी
पल-पल इम्तिहान लेती जिन्दगी
कभी पास तो कभी फेल
आगे बढ़ती हुयी जिन्दगी
हम जीते रहे इसके हिसाब से
हर मोड़ पर नयी चुनौती सी जिन्दगी
थक कर बैठ सकते नहीं दो पल
क्यूँकि रुकती नहीं कभी जिन्दगी
जी लो कुछ पल अपने लिए भी
क्यूँकि दोबारा मिलती नहीं ये जिन्दगी !
प्रवीन मलिक ........
जी लो कुछ पल अपने लिए भी
ReplyDeleteक्योकि दोबारा मिलती नहीं ये जिंदगी
सच ही तो..... बहुत सुंदर अभिव्यक्ति .......!!
सच कहा है ये जिंदगी दुबारा नहीं मिलती और न ही रूकती है ... समय भी नहीं रोकता इसलिए इसका भरपूर आनद लेना चाहिए ... सब कुछ जो दिल में है कर लेना चाहिए ...
ReplyDeleteआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार१६ /७ /१३ को चर्चामंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां स्वागत है
Deleteआपका बहुत बहुत धन्यवाद राजेश जी मेरी पंक्तियों को अपनी चर्चा में स्थान देने के लिए ... आभार
Deleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत सुंदर
बेहतरीन अभिव्यक्ति ....
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना, बहुत सुंदर
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