जल-प्रलय
कुदरती कहर
नष्ट जीवन !!
कटते वन
प्रदूषित नदियाँ
विनाशलीला !!
लालची जन
प्राकृतिक आपदा
दोषी है कौन !!
दंगा-फसाद
मजहबी दीवार
यही है धर्म !!
कौम से प्यार
मानवता समाप्त
खून सवार !!
कुर्सी का खेल
देशभक्ति विलुप्त
दोषी को बेल !!
प्रवीन मलिक ......
कुदरती कहर
नष्ट जीवन !!
कटते वन
प्रदूषित नदियाँ
विनाशलीला !!
लालची जन
प्राकृतिक आपदा
दोषी है कौन !!
दंगा-फसाद
मजहबी दीवार
यही है धर्म !!
कौम से प्यार
मानवता समाप्त
खून सवार !!
कुर्सी का खेल
देशभक्ति विलुप्त
दोषी को बेल !!
प्रवीन मलिक ......
क्या बात है .... बहुत ही सार्थक प्रयास
ReplyDeleteधन्यवाद सदा .... सादर आभार !
Deleteबहुत ही बेहतरीन और सटीक प्रस्तुति,आभार।
ReplyDeleteसादर धन्यवाद आदरणीय ....
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteसादर धन्यवाद सुमन जी ...
Deleteवाह .. सभी हाइकू बहुत सार्थक ओर सामयिक ...
ReplyDeleteसादर धन्यवाद दिगम्बर नासवा जी ....
Deleteधन्यवाद आदरणीय मेरी रचना को शामिल करने के लिए ...
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