अंधेरी रात
सुनसान गलियाँ
कुकुर ध्वनी !
गरीब बच्चा
ज्वर में तड़पता
लाचार है माँ !
चुनावी वादे
तोहफों की बहार
गधा भी बाप !
खिलती कली
अनायास कुचली
घिनौना कर्म !
झूठा संसार
मोहमाया का जाल
अटल सत्य !
पहली बार लिखा है पता नहीं कोई सही भी है या नहीं
कृपया बताइये क्या संशोधन की आवश्यकता है ताकि कुछ सीखने में मदद मिले ... धन्यवाद !
प्रवीन मलिक .....
सुनसान गलियाँ
कुकुर ध्वनी !
गरीब बच्चा
ज्वर में तड़पता
लाचार है माँ !
चुनावी वादे
तोहफों की बहार
गधा भी बाप !
खिलती कली
अनायास कुचली
घिनौना कर्म !
झूठा संसार
मोहमाया का जाल
अटल सत्य !
पहली बार लिखा है पता नहीं कोई सही भी है या नहीं
कृपया बताइये क्या संशोधन की आवश्यकता है ताकि कुछ सीखने में मदद मिले ... धन्यवाद !
प्रवीन मलिक .....
बहुत ही सुन्दर प्रयास है, दुसरे हाइकू का मध्य भाग में ७ से ज्यादा वर्ण हैं (बुखार में तडपता) बुखार को पीड़ा या कोई अन्य उपयुक्त शब्द लिख सकती हैं, धन्यबाद।
ReplyDeleteजी बुखार को ज्वर कर दिया .... बाकी ठीक हैं ???
Deleteसादर !
नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (08-09-2013) के चर्चा मंच -1362 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDelete……सुन्दर अभिब्यक्ति
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteपता लगाये किसने आपकी पोस्ट को चोरी किया है
सुन्दर प्रयास
ReplyDelete:-)
सटीक हाइकु.....मुबारक हो !
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